जानिए वाइपर द्वीप (VIPER ISLAND)
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वाइपर जेल |
दोस्तो आज हम एक ऐसे द्वीप की बात करने जा रहे है जिनका नाम सुनते ही डर सा लगने लगता है। भारत के लोगों ने कालापनी की जेल सिर्फ cellular Jail के बारे में ही सुना होगा परन्तु क्या आपको पता है की सेलुलर जेल से पहले स्वंत्रता सेनानियो को सबसे पहले अंग्रेजो द्वारा इस वाइपर द्वीप पर रखा जाता था क्युकी वह भली भाती जानते थे की इस द्वीप के चारो ओर गहरा समुंद्र हैं और कोई भी इस द्वीप से बाहर नहीं जा सकता। इस द्वीप को खुली जेल की तरह इस्तेमाल में लया जाता था इस वाइपर द्वीप में हमारे कई स्वंत्र्ता सेनानियो ने अपने प्राणों की आहुति दी है। स्वत्रता सेनानियो में से एक नाम शेर अली का भी आता है जिसने सन 1872 में तत्कालीन वायसराय लार्ड मेयो की हत्या कर दी थी और उनको इसी वाइपर द्वीप में फांसी पर लटकाया गया था। और न जाने कितने स्वंत्रता सेनानियो का नाम कही वाइपर द्वीप में समय के साथ साथ कही खो सा गया है।
आपको बता दे की अंग्रेजों ने 1864-67 में जेल तथा फांसी के तख्ते का निर्माण किया था। यहां अपराधियों और स्वतंत्रता सेनानियों को रखा जाता था। उई इस दौरान यहां कई कैदियों को मौत की सजा दी गई थी। परंतु अब यह द्वीप पर्यटकों को अपने बचे अवशेषों के जरिए अपना इतिहास बता रहा है और एक पर्यटन स्थल के रूप में बदल गया है।
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पहाड़ी पर बना फांसी घर |
द्वीपसमूह प्रशासन भी अब उन गाथाओं से जुड़ी ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने जा रहा है। हालाकि पर्यटक इस द्वीप पर पहुंचने के लिए समुंद्री नौका में सवार होकर बहुत ही कम दूरी तय करके पहुंच सकते है।
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वाइपर जेट्टी |
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